भगवान राम, जिन्हें श्री राम जी के नाम से भी जाना जाता है, की कहानी हिंदू पौराणिक कथाओं में एक केंद्रीय कथा है और मुख्य रूप से रामायण नामक महाकाव्य में बताई गई है। ऋषि वाल्मिकी की देन रामायण, प्राचीन भारत के दो प्रमुख संस्कृत महाकाव्यों में से एक है, दूसरा महाभारत है। जन्म और बचपन भगवान राम का जन्म राजा दशरथ और रानी कौशल्या के घर अयोध्या शहर में हुआ था। उनके जन्म को राम नवमी के रूप में मनाया जाता है। राम को भगवान विष्णु के सातवें अवतार के रूप में जाना जाता है, और उनके तीन छोटे भाई थे - लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न। चारों भाई एक-दूसरे के प्रति बहुत समर्पित थे। निर्वासन राजा दशरथ को अपनी तीसरी पत्नी कैकेयी की साजिश से प्रभावित होकर अनिच्छा से राम को 14 वर्ष के लिए वनवास पर भेजना पड़ा। राम की पत्नी सीता और उनके वफादार भाई लक्ष्मण ने भी उनके साथ जाने का फैसला किया। अपने निर्वासन के दौरान, उनका सामना विभिन्न ऋषियों से हुआ और राक्षसी शूर्पणखा का सामना करना पड़ा। सीता का अपहरण राक्षस राजा रावण, सीता की सुंदरता पर मोहित हो गया, जब राम और लक्ष्मण दूर थे, तब उन्होंने उनका अपहर...
में आपका स्वागत है, जो आध्यात्मिक जिज्ञासुओं और भगवद गीता में पाए गए कालातीत ज्ञान के प्रति उत्साही लोगों के लिए एक अभयारण्य है। इस पवित्र ग्रंथ की गहन शिक्षाओं में गहराई से उतरें, जहां प्राचीन दर्शन जीवन की जटिलताओं से निपटने के लिए व्यावहारिक मार्गदर्शन देता है।